Belan Se Kalam Tak

121.00

by: Shyama Radheshyam Lilhare

ISBN: 9789391219383

PRICE: 121

Category: JUVENILE NONFICTION / Poetry / General

Delivery Time: 7-9 Days

Description

About the book

यह किताब लिखने का उद्देश्य यही है कि जब मैं जिंदगी से संघर्ष करते-करते हार चुकी थी तब, मैंने एक कविता लिखी “जिंदगी धूप और छांव है” और अपनी ही लिखी हुई कविता को पढ़कर मुझे जीने का साहस मिलता था। मुझे खुशी होगी अगर मेरी कविता को पढ़कर किसी हारे हुए को साहस मिलेगी। जीने की राह मिलेगी। गलत कदम ना उठाने की सीख देगी क्योंकि, किसी का उठाया हुआ गलत कदम किसी न किसी को बहुत दर्द देता है, जिसे संभालना बहुत मुश्किल हो जाता है। किसी बच्चे का अनाथ होना, किसी लड़के के द्वारा किसी लड़की के साथ हुई दुर्दशा, यह हमारे दिल को झकझोर कर रख देता है। क्या बितती होगी उस लड़की पर जब अपनी इज्जत से संघर्ष करते-करते हार जाती है। उसे धकेल दिया जाता है मौत के मुंह में शायद ये दर्द से बड़ा कोई दर्द ही ना हो। कोई भी गलत कदम उठाओगे तो भविष्य के बारे में सोचकर उठाओ।

About the author

यह किताब लिखने का उद्देश्य यही है कि जब मैं जिंदगी से संघर्ष करते-करते हार चुकी थी तब, मैंने एक कविता लिखी “जिंदगी धूप और छांव है” और अपनी ही लिखी हुई कविता को पढ़कर मुझे जीने का साहस मिलता था। मुझे खुशी होगी अगर मेरी कविता को पढ़कर किसी हारे हुए को साहस मिलेगी। जीने की राह मिलेगी। गलत कदम ना उठाने की सीख देगी क्योंकि, किसी का उठाया हुआ गलत कदम किसी न किसी को बहुत दर्द देता है, जिसे संभालना बहुत मुश्किल हो जाता है। किसी बच्चे का अनाथ होना, किसी लड़के के द्वारा किसी लड़की के साथ हुई दुर्दशा, यह हमारे दिल को झकझोर कर रख देता है। क्या बितती होगी उस लड़की पर जब अपनी इज्जत से संघर्ष करते-करते हार जाती है। उसे धकेल दिया जाता है मौत के मुंह में शायद ये दर्द से बड़ा कोई दर्द ही ना हो। कोई भी गलत कदम उठाओगे तो भविष्य के बारे में सोचकर उठाओ।

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